दैनिक श्रेष्ठ सृजन-25/12/2019 (राजेश तिवारी)

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दैनिक श्रेष्ठ सृजन
साहित्य संपादक- वंदना नामदेव
हार्दिक शुभकामनाएँ-आ0 राजेश तिवारी जी

 25  दिसंबर 2019
  शीर्षक-  नववर्ष

प्रथम  धरा  स्फूर्ति  ज्योत्सना,  है  नूतन उत्कर्ष ।
चैत्र  प्रतिपदा शुक्ल पक्ष ही आर्यों का  नव वर्ष ।।

बहु - संताप निवारक है  ये  मानवता  के  मान ।
दर्श  पूर्ण, निर्लोभी, त्यागी  है  ये सम्यक  ज्ञान ।
प्रति पल प्रकृति प्ररेणा की श्रोत बनी दिखती हो..
यही पहल  नव वर्ष सदा है   कर  ले मानव  भान । प्रादुर्भाव   बसन्त  हुआ  जब  किया  तभी  स्पर्श,
चैत्र प्रतिपदा शुक्ल पक्ष ही ......

प्रथम दिवस,  पञ्चाङ्ग, गणना,  प्रारब्ध  संकल्प । संवत्सर    झुठलाते   फिरते    मैकाले   से   जल्प ।
दोष बन्धु में नहीं है ज्यादा खोट व्यवस्था में अपने,
आर्ष  त्याग  जो कुछ भी पालें  वो हैं  थोड़े अल्प ।
त्रुटि   को   सच्चा  मान   मनाते  अंग्रेजी  नववर्ष।
चैत्र प्रतिपदा शुक्ल पक्ष ही ......

प्रथमा पाठी अग्नि, अंगिरा, वायु अद्वितीय कार्य । आदित्य  सम चार  शिष्य  ले   ब्रह्म बने  आचार्य ।
अटल ज्ञान विज्ञान प्रकाशित जिनकी खातिर वे,
वेद - वचन  साक्षात   ईश  के  श्रेष्ठ पुत्र  हैं आर्य ।
हमे  दम्भ  है   आर्य  पुत्र  हमं  ये  कहने  में  हर्ष,
चैत्र प्रतिपदा शुक्ल पक्ष ही ......

हिम गिर द्वलित सरित का बहना खग ने भरी उड़ान । निज संस्कृति जन जन का गौरव सदा यही पहचान ।
इसी दिवस  हुंकार भरी  जब  देव दयानंद  अविरल,
आर्य - समाज  बना कर रख दी  आर्यावर्त की शान । आर्य-समाज  भुवन  चौतरफा   नाद   मचाता  अर्श,
चैत्र प्रतिपदा शुक्ल पक्ष ही ......
 -@राजेश तिवारी
      रीवा (म०प्र०)

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