दैनिक श्रेष्ठ सृजन-06/02/2020(अरविंद सिंह वत्स)

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संगम सवेरा पत्रिका
साहित्य संगम संस्थान
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दैनिक श्रेष्ठ सृजन-06/02/2020
संपादक (दैनिक सृजन) - वंदना नामदेव
हार्दिक शुभकामनाएँ🌷🌻🌹
श्रेष्ठ रचनाकार- आ0 अरविन्द सिंह "वत्स" जी
एवं
श्रेष्ठ टिप्पणीकार- आ0 कृपाशंकर सिंह जी
(दोनों सम्मान-पत्र इसी लिंक पर उपलब्ध है)



--2020 का भारत 
तिथि----06/02/2020 वार--गुरुवार विधा----------सार छन्द में गीत मात्राभार----------------16,11

दिल में आती बात यही है,सुन्दर हो सन बीस।
पावन धरती पावन भारत,कृपा करें जगदीश।।
संत समागम प्रेम सदा हो,कभी न होये रार।
नहीं लड़ाई नाम धरम के,आपस में हो प्यार।।
नहीं बैर हो भाईचारा,उच्च शिखर तक शीश।
दिल में आती बात यही है,सुन्दर हो सन बीस।।
आस लगाये जन -जन चाहें,नहीं बिके ईमान।
उन्नति होये हिन्द धरा की,
बढ़े देश का मान।।
मातु पिता की सेवा हरदम,मिले सदा आशीष।
दिल में आती बात यही है,सुन्दर हो सन बीस।।
नभ तक फैले कीर्ति हमारी,बढ़ती जाये शान।
झण्डा ऊँचा उड़े गगन तक,सफल रहे विज्ञान।।
कष्ट धरा पे कभी न होये,मुखमण्डल पे खींस।
दिल में आती बात यही है,सुन्दर हो सन बीस।।
अन्न अधिक होये भारत में,झूमे सदा किसान।
नहीं गरीबी देश धरा पर,नहीं कहीं अज्ञान।।
खिलता जाये हिन्द सदा ही,नहीं भाग्य उन्नीस।
दिल में आती बात यही है,सुन्दर हो सन बीस।।
दिल में आती बात यही है,सुन्दर हो सन बीस। पावन धरती पावन भारत,कृपा करें जगदीश।।
अरविन्द सिंह "वत्स"
प्रतापगढ़, उत्तरप्रदेश

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