चलली कुरबोरनी गंगा नहाए (हास्य-व्यंग्य)- श्री घनश्याम सहाय शुक्रवार, जुलाई 10, 2020www.sangamsavera.in संगम सवेरा पत्रिका "चलली कुरबोरनी गंगा नहाए" उक्ति बहुत पुरानी है किन्तु आज भी प्रचलन में है। 'कु...Read More
चीनी से परहेज (हास्य-व्यंग्य)- श्री घनश्याम सहाय गुरुवार, जुलाई 09, 2020www.sangamsavera.in संगम सवेरा पत्रिका साहित्य संगम संस्थान रा. पंजी. सं.-S/1801/2017 (नई दिल्ली) ◆ चीनी से परहेज ◆ वह डायबीटिक है। चीन...Read More
यदि ऐसा हो जाए तो?(हास्य-व्यंग्य)- श्री घनश्याम सहाय गुरुवार, जुलाई 09, 2020www.sangamsavera.in संगम सवेरा पत्रिका साहित्य संगम संस्थान रा. पंजी. सं.-S/1801/2017 (नई दिल्ली) ★यदि ऐसा हो जाए तो?★ ----------------...Read More
*बनारसी साँढ़*(हास्य-व्यंग्य)- श्री घनश्याम सहाय बुधवार, जुलाई 08, 2020www.sangamsavera.in संगम सवेरा पत्रिका साहित्य संगम संस्थान रा. पंजी. सं.-S/1801/2017 (नई दिल्ली) ।।बनारसी साँढ़।। ----------------------...Read More